Neutrophils Blood Test in Hindi:आज के समय इतना बीमारी फेल रही है की लोग महीनों में एक से दो बार बीमार जरूर पड़ जाते है आखिर लोगो अपने खान पान सही करने से भी बीमार क्यों हो जाते है कहा जाए तो आज के समय बीमारी पड़ने का सबसे बड़ा कारण रासनयनिक या केमिकल का हर जगह इस्तेमाल होना दरअसल सब्जियां में भी केमिकल का इस्तेमाल होने लगा है जिसके कारण शरीर में मौजूद सेल जो हमारे शरीर को बचाने में मदद करता था वो नष्ट हो जा रहा है
आज की आर्टिकल में हम सफेद रक्त कोशिकाएं के बारे में जानेंगे और न्यूट्रोफिल्स क्या है (NEUTROPHILS MEANING IN HINDI) जो हमारे शरीर में मौजूद होता है और इसके के लक्षण क्या क्या है? तो चालिए बिना समय गंवाए पूरी जानकारी के साथ जानते है की आखिर न्यूट्रोफिल्स क्या होता हैं।
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न्यूट्रॉफिल क्या है ? । Neutrophils Blood Test in Hindi
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न्यूट्रॉफिल एक तरह का सफेद रक्त कोशिकाएं( white blood cells) होता है इसे Neutropenia नाम से भी जाना जाता है न्यूट्रॉफिल हमारे शरीर को बैक्टीरिया या वायरस और इंफेक्शन का आक्रमण से बचता हैं।
व्हाइट ब्लड सैल्स का 55% से 70% हिस्सा से ही न्यूट्रोफिल्स बना होता है। और हमारे शरीर के बोन मैरो में न्यूट्रोफिल्स बनता है इसका जीवन काल 24 घंटे से भी कम होता है। ये तो हम जानते है कि जब भी हम बीमार होते है तब हम cbc test in hindi कराया जाता है और ये भी एक न्यूट्रॉफिल का भाग होता हैं।
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शरीर में न्यूट्रोफिल कितना होना चाहिए? । Neutrophils Blood Test in Hindi
डॉक्टरों और एक्सपर्ट्स का कहना हैं कि हमारे सारे में लगभग 40%-70% के बीच होना चाहिए । इतना प्रतिशत होने से न्यट्रोफिल हमारे शरीर को बीमार होने से बचाता है लेकिन 40% से कम और 70% से अधिक होने से भी हमारे शरीर में कई सारे समस्याएं पैदा हो सकती है।
न्यूट्रोफिल बढ़ने का कारण – High Neutrophils in Blood Test in Hindi
जब हमारे ब्लड में न्यूट्रोफिल(Neutrophils) की मात्रा 70 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है तो इसे न्यूट्रोफिलिया (Neutrophilia) कहा जाता हैं। ऐसे में न्यूट्रोफिल बढ़ने के कई सारे कारण होते हैं जो निम्नलिखित होते हैं –
- गर्भावस्था
- किसी तरह का सर्जरी होने पर
- दिल का दौरा या हार्ट अटैक होने पर
- अधिक नशा करने से जैसे सिगरेट का सेवन, शराब का सेवन आदि
- अत्यधिक तनाव
- किडनी की बीमारी
- एंटी डिप्रेसेंट ड्रग्स की वजह से
- डिप्रेशन से ग्रसित
- जलना या चोट लगना
- कैंसर
- इंफेक्शन
- अत्यधिक व्यायाम से
कम न्यूट्रोफिल का कारण । Causes of Low Neutrophils in Hindi
हमारे शरीर में जब न्यूट्रोफिल की मात्रा कम हो जाती है हम उसे न्यूट्रोपीनिया (Neutropenia) के नाम से भी जानते है, और कम होने के बाद हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल की मात्रा 30% से कम हो जाती है,
न्यूट्रोफिल कम होने के कई सारे कारण होते हैं-
- दवाई के साइड इफेक्ट के कारण
- अधिक ब्लड शुगर से
- वायरल इन्फेक्शन की वजह से
- विटामिन बी12 की कमी
- कीमोथेरेपी से पीड़ित लोगों
- टायफायड
- ब्लड में कैंसर
- बोन मैरो डिस्फंक्शन
कम न्यूट्रोफिल का ईलाज । Treatment of Low Neutrophils in Blood Test in Hindi
जब हमें पता चल जाता है कि लो यानि कम न्यूट्रोफिल हो गया है फिर हम सोचते है की आखिर इसका इलाज क्या है तो चलिए जानते है इसके इलाज के बारे में।
- आपको उन भोजन का सेवन करना है जिसमें अधिक मात्रा में फॉलिक एसिड , आयरन और बिटामिंस जैसे विटामिन बी।
- एंटीबायोटिक या प्रतिजैविक का सेवन
- स्टेम सेल या बीएमटी या बोन मैरो ट्रांसप्लांटेशन ये एक प्रक्रिया है जिसकी मदद से नष्ट हुई बोन मैरो को बदला जाता हैं।
Frequently Asked Questions (FAQs)
लो न्यूट्रोफिल का इलाज क्या है?
इस पोस्ट के माध्यम से लो न्यूट्रोफिल का इलाज हमने बताया है।
न्यूट्रोफिल की कमी से कौन सा रोग होता है?
न्यूट्रोपेनिया रोग न्यूट्रोफिल की कमी के करना होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
आज की आर्टिकल में हमने जाना की आखिर न्यूट्रॉफिल क्या होता है ? । Neutrophils Blood Test in Hindi इसके बारे में जानकारी देने का प्रयास किया है
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